मुझे एक सीढ़ी की तलाश है सीढ़ी दीवार पर चढ़ने के लिए नहीं बल्कि नींव में उतरने के लिए मैं किले को जीतना नहीं उसे ध्वस्त कर देना चाहता हूँ।
हिंदी समय में नरेश सक्सेना की रचनाएँ